Saturday 22 October 2011

भारतीय टैबलेट से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में धार!

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी बाजार में स्मार्टफोन के खास से आम बनने के बाद टैबलेट भी इसी राह पर चलते दिख रहे हैं। विशेष क्षेत्र व आय वर्ग को ध्यान में रखकर इजाद किए गए टैबलेट की बहुराष्ट्रीय निर्माता कम्पनियों के सामाने भारत ने केवल 2276 रुपये में 'आकाश' नामक टैबलेट पेशकर चुनौती पेश की है।
इससे पहले वैश्विक कम्पनियों में जारी कीमत युद्ध को सूचना क्षेत्र की प्रमुख कम्पनी अमेजन ने और तीखा कर दिया था। हाल ही में अमेजन ने मात्र 199 डॉलर में 'किंडल फायर' नामक टैबलेट को लांच कर सनसनी फैला दी है।
लैपटॉप और मोबाइल फोन के गुणों से युक्त इलेक्ट्रानिक उपकरण टैबलेट के अंतर्राष्ट्रीय बाजार पर हालांकि बहुराष्ट्रीय कम्पनी एप्पल के आईपैड का वर्चस्व है। कॉल, नेट सर्फिंग, वाई फाई, ब्लू टूथ सहित कम्प्यूर के प्रमुख गुणों से युक्त बामुश्किल ढाई इंच मोटे एवं सात से दस इंच के फ्लैट स्क्रीन वाले टैबलेट सूचना क्रांति के क्षेत्र में एक नई इबारत लिख रहे हैं।
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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) राजस्थान के सहयोग से डाटाविंग नामक कम्पनी ने 'आकाश' नामक टैबलेट पेश किया है जो छात्रों को केवल 1100 रुपये में मिलेगा, हालांकि इसकी वास्तविक कीमत 2276 रुपये है। इतने कम कीमत पर टैबलेट को लांच कर भारत ने एप्पल और सैम्संग के बीच जारी कीमत युद्ध को एक नई धार दी है।
उत्तरी अमेरिका के लोगों को ध्यान में रखकर इजाद किए टैबलेट तेजी से अन्य देशों में लोकप्रिय हो रहे हैं। इसकी लोकप्रियता को बढ़ाने में इसकी कीमत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में टैबलेट की कीमत 500 से 1000 डॉलर के बीच है लेकिन अमेजन के नए उत्पाद से हलचल मचा दी है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एप्पल व सैमसंग के अलावा आरआईएम और मोटरोला इसके प्रमुख खिलाड़ी हैं, जो बाजार के बड़े से बड़े हिस्से पर कब्जा जमाने की दौड़ में शामिल हैं। इसी का नतीजा है कि पिछले सप्ताह आरआईएम ने तो अपने टैबलेट 'प्लेस्टेशन' की कीमतों में 200 डॉलर तक की कमी की घोषणा की।
अंतर्राष्ट्रीय टैबलेट बाजार में खासकर उत्तरी अमेरिका में आईपैड का दबदबा है लेकिन ऊंची कीमत के कारण इसकी बादशाहत को सैमसंग द्वारा चुनौती मिली लेकिन सैमसंग के उत्पाद की कीमत भी अपेक्षाकृत अधिक होने के कारण इसे नए खिलाड़ियों से चुनौती मिलना स्वाभाविक है।
एप्पल के आईपैड एवं अन्य टैबलेट में प्रमुख अंतर आपरेटिंग सिस्टम का है। आईपैड खुद का आपरेटिंग सिस्टम आईओएस फोर का प्रयोग करता है जबकि अन्य टैबलेट एंड्रायड का प्रयोग करते हैं। आजकल एंड्रायड का प्रयोग बढ़ रहा है। इस समय बाजार में एप्पल के आईपैड-टू, सैमसंग के गैलेक्सी सेवेन, आरआईएम के प्लेबुक और मोटरोला के जूम टैबलेट चर्चा में हैं।
टैबलेट की हलचल भारत में भी महसूस की जा रही है। ज्यादा से ज्यादा भारतीय उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए कम्पनियां एक के बाद एक कम कीमत के उत्पाद ला रही हैं। भारत में इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बाजार में उतरने के नौ महीने के अंदर ही 1.58 लाख टैबलेट बिक चुके हैं।
भारतीय बाजार में पिछले वर्ष जुलाई में ओलिव ने अपना टैबलेट उतारा था। सैमसंग पहली बहुराष्ट्रीय कम्पनी थी जिसने भारतीय बाजारों में टैबलेट उतारा। जनवरी में एप्पल ने अपने टैबलेट 'आईपैड' को भारतीय उपभोक्ताओं के लिए पेश किया।
वर्तमान में भारतीय बाजारों में टैबलेट विभिन्न फीचर्स के साथ 7000 रुपये से लेकर 48,000 रुपये के बीच उपलब्ध है। इसमें एप्पल, सैमसंग, मोटरोला एवं आरआईएम के टैबलेट शामिल हैं।
कीमत कम होने के चलते भारतीय टैबलेट बाजार में सैमसंग शीर्ष है। साइबर मीडिया रिसर्च नामक शोध संस्था के अनुसार सैमसंग की भारतीय बाजार में 45.8 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि एप्पल की 18.4 फीसदी। एप्पल की कम हिस्सेदारी का कारण इसके उत्पादों का अत्यधिक महंगा होना है। अमेजन के किंडल फायर के बाद भारत में भी कीमत युद्ध शुरू होने की सम्भावना बढ़ गई है।